
महाराष्ट्र (Maharashtra) के अमरावती (Amravati) में 54 साल के एक केमिस्ट उमेश कोल्हे (Umesh Kolhe) की चाकू मारकर हत्या कर दी गई. पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. राजस्थान के उदयपुर (Udaipur) के दर्जी कन्हैया लाल (Kanhaiya Lal) की तरह केमिस्ट उमेश कोल्हे ने भी नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) का समर्थन किया था.
NIA कर रही है मामले की जांच
बता दें कि अमरावती में एनआईए और एटीएस की दो टीमें उमेश कोल्हे हत्याकांड की जांच करने पहुंची हैं. उमेश हत्याकांड में अब तक 6 आरोपित गिरफ्तार किए जा चुके है. हत्याकांड का मास्टरमाइंड अभी भी फरार है और भी आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार करेगी.
अमरावती में थी उमेश कोल्हे की दुकान
ATS सूत्रों के मुताबिक, मृतक उमेश कोल्हे की अमरावती में जानवरों के खाने की दुकान है. सूत्रों के मुताबिक, इसके अधिकतर कस्टमर मुस्लिम हैं. जिन 6 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, इनमें से एक उमेश कोल्हे का कस्टमर ही है. उसी ने बाकी लोगों को उमेश के फेसबुक पोस्ट के बारे में बताया था.
नूपुर शर्मा का समर्थन करने पर हुई हत्या
पुलिस के अनुसार, केमिस्ट उमेश कोल्हे ने बीजेपी की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा के सपोर्ट में सोशल मीडिया पर कथित तौर पर कुछ कमेंट किया था. अधिकारियों को शक है कि इसी पोस्ट को लेकर उमेश कोल्हे की हत्या कर दी गई.
पुलिस ने 6 लोगों को किया गिरफ्तार
एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, बीते 21 जून को उमेश कोल्हे की हत्या हुई और अब तक इस मामले में 6 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. गौरतलब है कि नूपुर शर्मा ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिसके खिलाफ देश और दुनिया के कई हिस्सों में प्रदर्शन हुए थे.
क्या हैं आरोपियों के नाम?
गृह मंत्रालय कार्यालय ने 21 जून को अमरावती के महाराष्ट्र में उमेश कोल्हे की बर्बर हत्या से संबंधित मामले की जांच एनआईए को सौंपी है. उमेश कोल्हे हत्याकांड में 6 आरोपी अब तक पकड़े गए हैं. उनके नाम मुदस्सिर अहमद, शाहरुख पठान, अब्दुल, शोहेब खान, अतीप राशिद और युसूफ खान है.
कन्हैया लाल की हत्या से एक हफ्ते पहले की है वारदात
गौरतलब है कि यह घटना राजस्थान के उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल की हत्या से एक हफ्ते पहले की है. अमरावती सिटी कोतवाली थाने के एक अधिकारी ने कहा, ‘उमेश अमरावती में एक दवा की दुकान चलाते थे. उन्होंने कथित तौर पर नूपुर शर्मा के समर्थन में कुछ व्हाट्सएप ग्रुप में एक पोस्ट शेयर किया था. उमेश ने गलती से यह पोस्ट एक ऐसे व्हाट्सएप ग्रुप में भेज दिया था, जिसमें दूसरे समुदाय के सदस्य भी थे.’
अधिकारी के अनुसार, इरफान खान नामक एक शख्स ने कथित तौर पर उमेश की हत्या की साजिश रची और इसके लिए पांच लोगों की मदद ली. उन्होंने बताया कि इरफान ने उन पांच लोगों को 10-10 हजार रुपये देने और एक कार में सुरक्षित रूप से फरार होने में मदद करने का वादा किया था.














